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राजस्थान में पर्यटन | Rajasthan me Paryatan Notes | Trick | PDF

इस पोस्ट में राजस्थान में पर्यटन ( rajasthan paryatan notes ) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। इसमें हम राजस्थान पर्यटन स्थल, rajasthan tourism, राजस्थान पर्यटन विभाग आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे। यह राजस्थान जीके का अति महत्वपूर्ण topic है। यदि आप भी किसी government exams की तैयारी कर रहे है, तो हमारी वेबसाइट पर आप बिल्कल free में नोट्स पढ़ सकते हो। राजस्थान में सरकार द्वारा आयोजित सभी प्रकार के एग्जाम में यहां से प्रश्न पूछे जाते है। यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यहां पर आपको राजस्थान के सभी टॉपिक्स के नोट्स उपलब्ध करवाए जा रहे। इन टॉपिक को पढ़कर आप अपनी तैयारी को और बेहतर बना सकते है। और government की सभी महत्वपूर्ण परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकते है। 

‣ 27 सितंबर 1970 में सयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा विश्व पर्यटन संगठन को कानूनी मान्यता मिली।
‣ 27 सितम्बर को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
‣ विश्व पर्यटन संगठन का मुख्यालय मेड्रिड ( स्पेन ) में स्थित है।
‣ 1966 में भारतीय पर्यटन विभाग की स्थापना की गई।
‣ 25 जनवरी राष्ट्रीय पर्यटन दिवस को मनाया जाता है।
‣ भारत में आने वाले हर तीसरा पर्यटक राजस्थान आता है।
‣ राजस्थान पर्यटन विभाग का पंचवाक्य – पधारो म्हारे देश
‣ राजस्थान में सर्वाधिक पर्यटन ( देशी व विदेशी )
1. पुष्कर ( अजमेर )
2. माउण्ट आबू ( सिरोही )
‣ राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक जयपुर में आते है।
‣ पर्यटन से सर्वाधिक राजस्व आय आमेर से प्राप्त होती है।

राजस्थान में पर्यटन का स्वरूप –
‣ दिसम्बर 1995 में जयपुर में पर्यटन निवेश सम्मेलन ( INVESTOUR ) का आयोजन किया गया।
‣ पर्यटन निवेश सम्मेलन के अनुसार राजस्थान में 4 प्रकार का पर्यटन है।

  1. ऐतिहासिक पर्यटन
  2. प्राकृतिक पर्यटन
  3. सांस्कृतिक पर्यटन
  4. वन्य जीव पर्यटन

राजस्थान में पर्यटन देशी व विदेशी पर्यटन –

विदेशी पर्यटन – राजस्थान में विदेशी पर्यटन की दृष्टि से भारत में 5वा स्थान है।
‣ राजस्थान में सबसे ज्यादा पर्यटक जयपुर और उदयपुर में आते है।
‣ राजस्थान में सर्वाधिक पर्यटक मार्च के महीने में आता है।
‣ राजस्थान में न्यूनतम पर्यटक जून के महीने में आते है।
‣ राजस्थान में सबसे अधिक पर्यटक फ्रांस, ब्रिटेन, USA, जर्मनी, इटली व अमेरिका से आते है।

स्वदेशी पर्यटक – भारत में स्वदेशी पर्यटक की दृष्टि से राजस्थान का 7वा स्थान है।
‣ राजस्थान में सबसे ज्यादा स्वदेशी पर्यटक अजमेर ( पुष्कर ) में आते है।
‣ राजस्थान में सर्वाधिक पर्यटक सितम्बर में आते है।
‣ राजस्थान में न्युनतम पर्यटक जून में आते है।

राजस्थान में पर्यटन विकास के लिए गए संस्थागत प्रयास –

‣ राजस्थान में 1955 में पर्यटन निदेशालय की स्थापना की गई थी।
‣ राजस्थान में 1956 में पर्यटन विभाग की स्थापना की गई।
‣ राजस्थान में 1965 में राजस्थान राज्य होटल विकास निगम की जयपुर में स्थापना की गई।
‣राजस्थान में 1978 में राजस्थान पर्यटन विकास निगम की जयपुर में स्थापना की गई।
‣ राजस्थान पर्यटक विकास निगम का मुख्य उद्देश्य पर्यटकों को भोजन, आवास व यातायात की सुविधा करवाना था।
‣ राजस्थान में पर्यटन की विकास की शीर्ष संस्था RTDC ( राजस्थान पर्यटन विकास निगम ) है।

राजस्थान के लोगो –
‣ RTDC ( राजस्थान पर्यटन विकास निगम ) –
‣ 1978 में – जब RTDC की स्थापना की गई थी उस समय ढोला मारू ( मोनोग्राम ) लोगो दिया गया।
‣ 1993 में – पधारो म्हारे देश लोगो ललित के पंवार के द्वारा दिया गया था।
‣ 2008 में – कलरफुल राजस्थान ( रंगोली राजस्थान )
‣ 2016 में – जाने क्या दिख जाए।
‣ 2019 में – पधारो म्हारे देश

राजस्थान का प्रतीक शुभंकर भारत का अतुल्य राज्य
वर्तमान में राजस्थान के पर्यटन की पंच लाईन – पधारो म्हेरे देश

‣ मोहम्मद युनुस खान समिति के द्वारा 4 मार्च, 1989 को राजस्थान में पर्यटन उधोग का दर्जा दिया गया।
‣ पर्यटन को उधोग का दर्जा देना वाला भारत का प्रथम राज्य राजस्थान है।

‣ RITTMAN ( राजस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ ट्यूरिज्म एण्ड ट्रेवल मैनेजमेंट ) की स्थापना 29 अक्तूबर, 1996 में राज्य में मानव संसाधन के विकास करने हेतु की गई।

पुरातात्विक पर्यटन संभाग –
‣ राजस्थान में वर्तमान में पुरातत्विक स्थल की संख्या 7 है।
‣ राजस्थान का नवीनतम पुरातात्विक संभाग अजमेर है।

राजस्थान में वर्तमान में 4 पर्यटन संभाग है – जयपुर, जोधपुर, अजमेर, कोटा

राजस्थान में पर्यटन सर्किट –
राजस्थान में पर्यटन सर्किट की संख्या 10 है।

1. मरू सर्किट –
जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर

2. शेखावाटी सर्किट –
सीकर, झुंझुनूं, चुरू

3. ढूढाड सर्किट –
जयपुर, दौसा, आमेर

4. ब्रज मेवात सर्किट –
भरतपुर, सवाई माधोपुर, टोंक

5. हाड़ौती सर्किट –
कोटा, बूंदी, बारा, झालावाड़

6. मेवाड़ सर्किट –
राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा

7. मेरवाड़ा सर्किट –
अजमेर, पुष्कर, मेड़ता, नागौर

8. वागड़ सर्किट –
बांसवाड़ा, डूंगरपुर

9. गौड़वाड़ सर्किट –
पाली, सिरोही, जालौर

10. राष्टीय राजधानी सर्किट –
अलवर, भरतपुर, धौलपर

धार्मिक पर्यटन सर्किट –

  1. मेवाड़ वांगड़ धार्मिक सर्किट –
    उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा
  2. बुद्धा सर्किट –
    जयपुर ( बैराठ ), झालावाड़ ( कल्वी की गुफा )
  3. कृष्णा सर्किट –
    जयपुर ( गोविंद मंदिर ), राजसमंद ( श्री नाथ मंदिर ) , सीकर ( खाटूश्याम मंदिर)
  4. ब्रज सर्किट –
    धौलपुर, भरतपुर
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